मन लगोरे लगोरे: गुरु भक्ति का अद्भुत भजन। पढ़ें इस भजन के महत्व और अर्थ के बारे में।

मन लगोरे लगोरे: गुरु भक्ति का अद्भुत भजन

मन लगोरे लगोरे: गुरु भक्ति का अद्भुत भजन

गुरु भजन

भजन के बोल

मन लगोरे लगोरे भूलभुलैया गुरुभजनी,
गुरुदत्तस्य चारणी दत्तनामश्च कीर्तनी,
गुरु भक्तिच्य पूजनी।

मन लगोरे ... | ०१

गुरु भूलभुलैया दत्ता डिगम्बर,
ब्रह्मा विष्णु तोचि महेश्वर।

मन लगोर .. | ०२

नाम घ्येव अवदिने,
ववे पावें गुरुभक्तिं।

मन लगोरे .... | ०३

गुरु चरणाची हाय देवी,
मोहमाया बंधन तोड़ी।

मन लगोर ... | ०४

भजन का महत्व

यह भजन गुरु भक्ति को प्रकट करता है और श्रद्धालुओं को गुरु की चरणों में ध्यान लगाने के लिए प्रेरित करता है। गुरु की भक्ति से जीवन में सुख और शांति प्राप्त होती है।

गुरु भक्ति के लाभ

  • आध्यात्मिक मार्गदर्शन: गुरु की भक्ति से आत्मा को सही मार्ग दिखता है।
  • मन की शांति: भजन सुनने से मन को शांति मिलती है।
  • सकारात्मक ऊर्जा: गुरु की भक्ति से सकारात्मकता का संचार होता है।

भजन कैसे गाएं?

इस भजन को गाने के लिए निम्नलिखित बातों का ध्यान रखें:

  • भावना से गाना: भजन को दिल से गाने से उसका प्रभाव बढ़ता है।
  • सामाजिक अवसर: त्योहारों और धार्मिक कार्यक्रमों में इसे गाना एक परंपरा है।
  • संगीत का सही चुनाव: भजन का संगीत मधुर और सरल होना चाहिए।

इस भजन के बारे में अपने विचार और अनुभव हमारे साथ साझा करें!

Post a Comment

0 Comments